Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2023 · 1 min read

__4__भीख नहीं मांगूंगा

जीवन वृत्त पर लाख परेशानियां हों,
हर क्षण नई कहानियां हों,
भले भाग्य में लिखी गुमनामियां हों,
कभी नहीं भरे वो खाइयां हों,
स्वभाग्य को ख़ुद से रच लूंगा,
पर भीख नहीं मांगूंगा।।

जब से अपने ही मेरे अपने ना रहे,
तबसे सपने भी मेरे सपने ना रहे,
अखियों से अश्क लहू बन बहें,
लोग फिर भी बेगैरत कहें,
तन्हा ही सही जी लूंगा,
पर भीख नहीं मांगूंगा।।

माया का मैं दास नहीं हूं,
कल के लिए उदास नहीं हूं,
राजनीकर रवि की ख्वाहिश नहीं है,
खो दूं ऐसी कुछ गुंजाइस नहीं है,
हालातों से लड़कर सीख मांगूंगा।
पर भीख नहीं मांगूंगा।।

Language: Hindi
1 Like · 179 Views
Books from सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
View all

You may also like these posts

लौट कर न आएगा
लौट कर न आएगा
Dr fauzia Naseem shad
"सूप"
Dr. Kishan tandon kranti
!!! नानी जी !!!
!!! नानी जी !!!
जगदीश लववंशी
याद रे
याद रे
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
लक्ष्य या मन, एक के पीछे भागना है।
लक्ष्य या मन, एक के पीछे भागना है।
Sanjay ' शून्य'
पल
पल
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"बेज़ारे-तग़ाफ़ुल"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
धर्म बनाम धर्मान्ध
धर्म बनाम धर्मान्ध
Ramswaroop Dinkar
गांधी के साथ हैं हम लोग
गांधी के साथ हैं हम लोग
Shekhar Chandra Mitra
चीजें खुद से नहीं होती, उन्हें करना पड़ता है,
चीजें खुद से नहीं होती, उन्हें करना पड़ता है,
Sunil Maheshwari
Some people are essential in your life. They bring light .Th
Some people are essential in your life. They bring light .Th
पूर्वार्थ
मेरा शहर
मेरा शहर
विजय कुमार अग्रवाल
रंग तो प्रेम की परिभाषा है
रंग तो प्रेम की परिभाषा है
Dr. Man Mohan Krishna
आखिरी ख़्वाहिश
आखिरी ख़्वाहिश
NAVNEET SINGH
*जानो तन में बस रहा, भीतर अद्भुत कौन (कुंडलिया)*
*जानो तन में बस रहा, भीतर अद्भुत कौन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आंखों में भरी यादें है
आंखों में भरी यादें है
Rekha khichi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
2894.*पूर्णिका*
2894.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
യാത്രാമൊഴി.
യാത്രാമൊഴി.
Heera S
नहीं है प्रेम जीवन में
नहीं है प्रेम जीवन में
आनंद प्रवीण
नव वर्ष
नव वर्ष
Ayushi Verma
झलक को दिखाकर सतना नहीं ।
झलक को दिखाकर सतना नहीं ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
" मैं तो लिखता जाऊँगा "
DrLakshman Jha Parimal
दहलीज़
दहलीज़
Dr. Bharati Varma Bourai
जिसके पास कोई चारा न हो
जिसके पास कोई चारा न हो
Sonam Puneet Dubey
विवशता
विवशता
आशा शैली
तेरा मेरा साथ
तेरा मेरा साथ
Kanchan verma
♥️ दिल की गलियाँ इतनी तंग हो चुकी है की इसमे कोई ख्वाइशों के
♥️ दिल की गलियाँ इतनी तंग हो चुकी है की इसमे कोई ख्वाइशों के
Ashwini sharma
ग़ज़ल _ दिल मचलता रहा है धड़कन से !
ग़ज़ल _ दिल मचलता रहा है धड़कन से !
Neelofar Khan
*स्वार्थी दुनिया *
*स्वार्थी दुनिया *
Priyank Upadhyay
Loading...