_स्वप्ननील_
स्वप्ननील तुम स्वप्न देखो,
कोई नहीं है सिवा तेरे।।
आगे रस्ता पथरीला है
चलना तुझे अकेला है रे।।
मेघ गर्जना अति भयदायक
सुंदर फूल खिले है आगे,
स्वप्ननील तुम स्वप्न देखो….
तेज आंधी से भी बचना तुम
आगे रस्ता बड़ा सरल हो।।
स्वप्ननील तुम स्वप्न देखो,
कोई नहीं है सिवा तेरे।।
आगे रस्ता पथरीला है
चलना तुझे अकेला है रे।।
मेघ गर्जना अति भयदायक
सुंदर फूल खिले है आगे,
स्वप्ननील तुम स्वप्न देखो….
तेज आंधी से भी बचना तुम
आगे रस्ता बड़ा सरल हो।।