Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Aug 2024 · 1 min read

_कामयाबी_

_कामयाबी_

कामयाबी —
तेरा इश्क़ और जुनून दोनों चढ़ गए हैं।
इस क़दर चढ़ गए हैं कि
ना तो रात को सोना ,
और दिन भर तुझे पाने की उम्मीद ढोना।

कामयाबी,
मेरी इस क़दर रातों को नींद छीन ले गई
कि चाह कर भी ना सो सके।
हाँ माना, कामयाबी का रस्सा चढ़ रही हूँ,
हाँ माना, एक ना एक दिन ये हासिल कर ही लेंगे,
हाँ, लेने दो जिंदगी को, इम्तिहान,
हाँ, कामयाब होंगे, उस दिन बतायेंगे, जिन्दगी को,
हाँ माना, असफलताएँ मिलेंगी,
हाँ, मेरा ये वादा रहा कि जिंदगी से भी उठ जाऊँगी,
हाँ माना, होगा नाम इधर-उधर, तो लोग जश्न मनाएंगे,
वो फ़िर रातें भी छोटी पड़ जाएंगी,
एक वक्त था, जब हम कहते थे कि
कब रातें गुजरें ,
हाँ, मेरी माँ ने कामयाबी का दूसरा नाम ‘इज़्ज़त’ बताया है ।
हाँ मेरी माँ की वो रात,
जसन वाली होंगी |

— रितु चाहर

2 Likes · 39 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अतीत - “टाइम मशीन
अतीत - “टाइम मशीन"
Atul "Krishn"
कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।
कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।
Arvind trivedi
छल फरेब की बात, कभी भूले मत करना।
छल फरेब की बात, कभी भूले मत करना।
surenderpal vaidya
वक्त अब कलुआ के घर का ठौर है
वक्त अब कलुआ के घर का ठौर है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
काव्य
काव्य
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
स्त्री नख से शिख तक सुन्दर होती है...
स्त्री नख से शिख तक सुन्दर होती है...
पूर्वार्थ
साजन तुम आ जाना...
साजन तुम आ जाना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
Neeraj Agarwal
यहां लोग सिर्फ़ औकात देखते हैं,
यहां लोग सिर्फ़ औकात देखते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दो
दो
*प्रणय प्रभात*
3866.💐 *पूर्णिका* 💐
3866.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Dr अरुण कुमार शास्त्री
Dr अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
Rj Anand Prajapati
यादों के तटबंध ( समीक्षा)
यादों के तटबंध ( समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
Vedkanti bhaskar
क़ाबिल नहीं जो उनपे लुटाया न कीजिए
क़ाबिल नहीं जो उनपे लुटाया न कीजिए
Shweta Soni
वीर जवान --
वीर जवान --
Seema Garg
देखेगा
देखेगा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
शहर के लोग
शहर के लोग
Madhuyanka Raj
लेकर तुम्हारी तस्वीर साथ चलता हूँ
लेकर तुम्हारी तस्वीर साथ चलता हूँ
VINOD CHAUHAN
" सूत्र "
Dr. Kishan tandon kranti
समय
समय
Dr.Priya Soni Khare
दोहे
दोहे
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
मुसीबतों को भी खुद पर नाज था,
मुसीबतों को भी खुद पर नाज था,
manjula chauhan
आपने खो दिया अगर खुद को
आपने खो दिया अगर खुद को
Dr fauzia Naseem shad
प्रतिस्पर्धाओं के इस युग में सुकून !!
प्रतिस्पर्धाओं के इस युग में सुकून !!
Rachana
*अनार*
*अनार*
Ravi Prakash
*मर्यादा*
*मर्यादा*
Harminder Kaur
चाँद पूछेगा तो  जवाब  क्या  देंगे ।
चाँद पूछेगा तो जवाब क्या देंगे ।
sushil sarna
बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता
बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता
Ranjeet kumar patre
Loading...