952 सुना हाल ए दिल
सुना हाल ए दिल तू अपना, मेरा भी हाल सुन।
ना बैठ तू यूँ चुपचाप ,ना रहे यूँ गुमसुम।
कोई तस्वीर बना ऐसी, जो दिल में उतर जाए।
छेड़ राग कोई ऐसा, बजा कोई ऐसी धुन।
करो कुछ ऐसा , कि छा जाए बहार हर जगह।
कर कुछ ऐसा ,कि फूलों पर छा जाए तबस्सुम।
मिल जाएं हम तुम कुछ इस तरह इन बातों से।
कि रहे ना खबर कोई, हो जाएं एक हमतुम।