7-सूरज भी डूबता है सरे-शाम देखिए
कुछ रहबरों के अम्न का ये काम देखिए
सर काटने का देते हैं पैग़ाम देखिए
जीवन गुज़ारना था यहाँ प्यार से मगर
दिल नफ़रतों का बन गया गोदाम देखिए
जीवन को जो बताता था अनमोल उसने ही
कौड़ी क भाव कर दिया नीलाम देखिए
किस बात का ग़ुरूर हैं पाले हुए जनाब
सूरज भी डूबता है सरे-शाम देखिए
आग़ाज़-ए-इश्क़ से ही मियाँ आप डर गए
कुछ दूर साथ चल के तो अंजाम देखिए
अब झूठ को भी सच जहाँ में कहना सीख लें
होता है सच हमेशा ही बदनाम देखिए
जो चापलूस बन गए वो नामचीन हैं
अब तक ‘विमल’ है आपका गुमनाम देखिए
~अजय कुमार ‘विमल’