848 नशा किसी भी चीज का अच्छा नहीं
नशा किसी भी चीज का अच्छा नहीं।
चाहे हुस्न का हो,या फिर धन का।
नशा किसी भी चीज का अच्छा नहीं।
होता ये वैसा ही है ,जैसे होता रम का।
हुस्न सदा साथ रहता नहीं।
धन आनी जानी चीज़ है।
यह वक्त के साथ बदल जाते हैं।
कोई फायदा नहीं होता फिर मातम का।
नशा किसी भी चीज का करना नहीं।
जितनी जरूरत है उससे ज्यादा लेना नहीं।
जब तक हिसाब से ली जाए दवा है।
अति हुई चीज़ तो डर है पतन का।
5.23pm 6 March 2019