Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Dec 2018 · 1 min read

781 देखो कैसी यह परी है

आसमान से उतरी है।
देखो कैसी यह परी है।।
सुंदरता की मूरत है।
जैसे देवी खड़ी है।।

कैसे रोशन हुआ हर कोना।
रोशन हुई यह घड़ी है।।
आसमान से उतरी है।
देखो कैसी यह परी है।।

मन सबका खिल उठा।
लगी यह फुलझड़ी है।।
सुंदरता की मूरत है।
जैसे देवी खड़ी है।।

आओ इस को प्यार करें।
इसका हम शृंगार करें।।
जब से यह उतरी है।
लगी खुशियों की झड़ी है।।
781 3.31pm 28 Dec 2018 Friday

Language: Hindi
3 Likes · 383 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे
मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे
Bodhisatva kastooriya
चंद्रयान 3
चंद्रयान 3
Dr.Priya Soni Khare
दर जो आली-मकाम होता है
दर जो आली-मकाम होता है
Anis Shah
घमण्ड बता देता है पैसा कितना है
घमण्ड बता देता है पैसा कितना है
Ranjeet kumar patre
रामचरितमानस
रामचरितमानस
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
मनुष्यता कोमा में
मनुष्यता कोमा में
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मैं बनना चाहता हूँ तुम्हारा प्रेमी,
मैं बनना चाहता हूँ तुम्हारा प्रेमी,
Dr. Man Mohan Krishna
Khuch chand kisso ki shuruat ho,
Khuch chand kisso ki shuruat ho,
Sakshi Tripathi
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
मौसम - दीपक नीलपदम्
मौसम - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बिहनन्हा के हल्का सा घाम कुछ याद दीलाथे ,
बिहनन्हा के हल्का सा घाम कुछ याद दीलाथे ,
Krishna Kumar ANANT
रक्त एक जैसा
रक्त एक जैसा
Dinesh Kumar Gangwar
अफ़सोस
अफ़सोस
Shekhar Chandra Mitra
इश्क़ से अपने कुछ चुने लम्हें
इश्क़ से अपने कुछ चुने लम्हें
Sandeep Thakur
फिदरत
फिदरत
Swami Ganganiya
आप इतना
आप इतना
Dr fauzia Naseem shad
दिल की दहलीज़ पर जब कदम पड़े तेरे ।
दिल की दहलीज़ पर जब कदम पड़े तेरे ।
Phool gufran
राजा जनक के समाजवाद।
राजा जनक के समाजवाद।
Acharya Rama Nand Mandal
मैं उनके मंदिर गया था / MUSAFIR BAITHA
मैं उनके मंदिर गया था / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
* मिल बढ़ो आगे *
* मिल बढ़ो आगे *
surenderpal vaidya
Hajipur
Hajipur
Hajipur
लोगों ने तुम्हे केवल नफरत दी है अरे नही रे लोगो ने तुम्हे थप
लोगों ने तुम्हे केवल नफरत दी है अरे नही रे लोगो ने तुम्हे थप
Rj Anand Prajapati
रमेशराज के त्योहार एवं अवसरविशेष के बालगीत
रमेशराज के त्योहार एवं अवसरविशेष के बालगीत
कवि रमेशराज
#चुनावी_दंगल
#चुनावी_दंगल
*प्रणय प्रभात*
**कुछ तो कहो**
**कुछ तो कहो**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
विश्वेश्वर महादेव
विश्वेश्वर महादेव
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
24/252. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/252. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
साथी है अब वेदना,
साथी है अब वेदना,
sushil sarna
चाहत ए मोहब्बत में हम सभी मिलते हैं।
चाहत ए मोहब्बत में हम सभी मिलते हैं।
Neeraj Agarwal
जिनके जानें से जाती थी जान भी मैंने उनका जाना भी देखा है अब
जिनके जानें से जाती थी जान भी मैंने उनका जाना भी देखा है अब
Vishvendra arya
Loading...