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23 Jul 2018 · 1 min read

[7]-योग कला कलिकाल मनोहर

शुभप्रभातम् नमन
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योग कला कलिकाल मनोहर , मुरली वादन तीर सरोवर ll
अनुरागित रस छंद कला के , दिनकर ओज प्रमोद प्रभा से ll
प्रेम प्रमोद सुबोध सभा से , ज्ञान प्रदा अज्ञान विभा से ll
वसुधा जल से जल वसुधा से , यति गति काव्य सुधा कविगण से ll
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राजकिशोर मिश्र ‘राज’ प्रतापगढ़ी

Language: Hindi
488 Views
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