भूला प्यार
अब तो हिचकियों ने भी
नाता तोड़ दिया है हमसे
सोचता रहता हूँ मैं यही
जाने क्या भूल हो गई है हमसे
ये धड़कनें भी पड़ गई है मद्यम
जो आने से कौंध जाती थी उसके
दिल तोड़ दिया है आज उसने
हम तहे दिल से मुरीद थे जिसके
क्यों होता है दिल के साथ हर बार ऐसा
चाहता है वो जिसे, वो नहीं चाहता है उसे
जाने क्यों होता है दिल की दुनिया में ऐसा
अब हम दिल की बात बताएं भी तो किसे
आंसू बहाता था वो भी उस तरफ
बैचेन रहता था मैं भी इस तरफ
कहते नहीं थे हम दोनों कुछ भी
दिखता था वही देखता था मैं जिस तरफ
हो गया है फिर क्या ऐसा
नहीं रहा वो अब पहले जैसा
या थी बस मेरी कोरी कल्पना
जो सोच रहा था मैं कुछ ऐसा
याद उसको जब आती थी मेरी
शायद अब वो वक्त याद नहीं है उसको
ढूंढती थी कभी वो भी मुझे
कैसे याद दिलाऊं अब ये मैं उसको।