4931.*पूर्णिका*
4931.*पूर्णिका*
🌷 जो करना है कर लेते 🌷
22 22 22 2
जो करना है कर लेते।
बांहों में हम भर लेते।।
दुनिया संवरती है सच ।
पीड़ा सारे हर लेते।।
बारिश होती खुशियों की ।
जीवन हरदम तर लेते।।
महके खून पसीना भी ।
पथ मंजिल का धर लेते।।
जिंदादिल रखते खेदू।
खातिर जिसके मर लेते।।
…….✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
11-11-2024सोमवार