4821.*पूर्णिका*
4821.*पूर्णिका*
🌷 संपर्क में रहा कीजिए 🌷
22 212 212
संपर्क में रहा कीजिए।
कुछ दिल से कहा कीजिए ।।
ठीक नहीं यहाँ दूरियां ।
अपना दर्द सहा कीजिए ।।
कहते प्यार की बन नदी।
यूं अविरल बहा कीजिए ।।
वक्त के साथ चलते सजन ।
काम जरा महा कीजिए ।।
बेफिक्र देख खेदू बढ़े।
तू जुल्म ना ढ़हा कीजिए ।।
…….✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
02-11-2024शनिवार