Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2023 · 1 min read

*बोलो अंग्रेजी सदा, गाँठो रौब अपार (हास्य कुंडलिया)*

बोलो अंग्रेजी सदा, गाँठो रौब अपार (हास्य कुंडलिया)
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
बोलो अंग्रेजी सदा , गाँठो रौब अपार
हाँको सबको सर्वदा , अंग्रेजी अनुसार
अंग्रेजी अनुसार , रखो हिंदी दुखियारी
हिंदी में दो शब्द , कहो यदि हो लाचारी
कहते रवि कविराय ,वर्ष-भर द्वार न खोलो
दिवस वर्ष में एक, सिर्फ जय-हिंदी बोलो
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

106 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
इस दुनिया की सारी चीज भौतिक जीवन में केवल रुपए से जुड़ी ( कन
इस दुनिया की सारी चीज भौतिक जीवन में केवल रुपए से जुड़ी ( कन
Rj Anand Prajapati
यूपी में कुछ पहले और दूसरे चरण में संतरो की हालात ओर खराब हो
यूपी में कुछ पहले और दूसरे चरण में संतरो की हालात ओर खराब हो
शेखर सिंह
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
Aarti sirsat
दोहा
दोहा
Ravi Prakash
बड़ी ही शुभ घड़ी आयी, अवध के भाग जागे हैं।
बड़ी ही शुभ घड़ी आयी, अवध के भाग जागे हैं।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ११)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ११)
Kanchan Khanna
❤️🌺मेरी मां🌺❤️
❤️🌺मेरी मां🌺❤️
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
माता  रानी  का लगा, है सुंदर  दरबार।
माता रानी का लगा, है सुंदर दरबार।
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
प्रभु की शरण
प्रभु की शरण
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
प्रेम पथिक
प्रेम पथिक
Aman Kumar Holy
मै ज़िन्दगी के उस दौर से गुज़र रहा हूँ जहाँ मेरे हालात और मै
मै ज़िन्दगी के उस दौर से गुज़र रहा हूँ जहाँ मेरे हालात और मै
पूर्वार्थ
पिता
पिता
sushil sarna
- दीवारों के कान -
- दीवारों के कान -
bharat gehlot
महामारी एक प्रकोप
महामारी एक प्रकोप
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
पुनर्जन्माचे सत्य
पुनर्जन्माचे सत्य
Shyam Sundar Subramanian
कुछ यादें कालजयी कवि कुंवर बेचैन की
कुछ यादें कालजयी कवि कुंवर बेचैन की
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पढ़े साहित्य, रचें साहित्य
पढ़े साहित्य, रचें साहित्य
संजय कुमार संजू
खंड: 1
खंड: 1
Rambali Mishra
सीखने की भूख
सीखने की भूख
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
मुक्तक
मुक्तक
महेश चन्द्र त्रिपाठी
उनको घरों में भी सीलन आती है,
उनको घरों में भी सीलन आती है,
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
नेक मनाओ
नेक मनाओ
Ghanshyam Poddar
खोया है हरेक इंसान
खोया है हरेक इंसान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
बस यूं ही
बस यूं ही
MSW Sunil SainiCENA
"शहीद वीर नारायण सिंह"
Dr. Kishan tandon kranti
*****खुद का परिचय *****
*****खुद का परिचय *****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अबला नारी
अबला नारी
Neeraj Agarwal
राम काज में निरत निरंतर
राम काज में निरत निरंतर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
■ जिंदगी खुद ख्वाब
■ जिंदगी खुद ख्वाब
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...