4627.*पूर्णिका*
4627.*पूर्णिका*
🌷 हम बुरा नहीं माने 🌷
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हम बुरा नहीं माने ।
तुम बुरा नहीं माने ।।
है यही विश्वास यहाँ ।
कुछ बुरा नहीं माने ।।
आज दौर अपना है ।
सच बुरा नहीं माने ।।
महकती जहाँ बगियां ।
जग बुरा नहीं माने ।।
प्यार खुद करें खेदू।
दिल बुरा नहीं माने ।।
………..✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
13-10-2024 रविवार