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4 Oct 2024 · 1 min read

4532.*पूर्णिका*

4532.*पूर्णिका*
🌷 चाहत की बात करते 🌷
22 22 122
चाहत की बात करते ।
राहत की बात करते ।।
देख यहाँ जिंदगी भी ।
फितरत की बात करते ।।
बदली दुनिया कहाँ अब।
कसरत की बात करते ।।
रोते कब हँसते हम ।
नुसरत की बात करते ।।
खुशियाँ खेदू बदलती ।
कुदरत की बात करते ।।
…….✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
04-10-2024 शुक्रवार

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