4468 .*पूर्णिका*
4468 .*पूर्णिका*
🌷 देखा हमने अब तक🌷
22 22 22
देखा हमने अब तक ।
सीखा हमने अब तक ।।
करते लोग तमाशा ।
समझा हमने अब तक ।।
रोज परेशानी है ।
झेला हमने अब तक ।।
कैसे जीते हारे।
खेला हमने अब तक ।।
दुनिया बदले खेदू।
जीया हमने अब तक ।।
………✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
27-09-2024 शुक्रवार