4393.*पूर्णिका*
4393.*पूर्णिका*
🌷 आज तुम बदले लगे🌷
212 2212
आज तुम बदले लगे।
साज तुम बदले लगे।।
चाह सुंदर है यहाँ ।
राह तुम बदले लगे।।
शिखर भी छूते जहाँ ।
ताज तुम बदले लगे।।
बांटते दिल से खुशी।
शान तुम बदले लगे।।
साथ है खेदू समझ ।
जान तुम बदले लगे।।
…….✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
20-09-2024 शुक्रवार