लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ
*आठ माह की अद्वी प्यारी (बाल कविता)*
I guess afterall, we don't search for people who are exactly
दुनिया में कुछ भी बदलने के लिए हमें Magic की जरूरत नहीं है,
संवरना हमें भी आता है मगर,
जीवन एक और रिश्ते अनेक क्यों ना रिश्तों को स्नेह और सम्मान क
दुनिया में कुछ चीजे कभी नही मिटाई जा सकती, जैसे कुछ चोटे अपन