Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Aug 2024 · 1 min read

3879.*पूर्णिका*

3879.*पूर्णिका*
🌷 हार क्या जीत यहाँ🌷
2122 22
हार क्या जीत यहाँ ।
दुश्मन भी मीत यहाँ ।।

बस भरोसा करते।
नेक सुंदर रीत यहाँ ।।

हँसते गुजरे दिन ।
देख गाते गीत यहाँ ।।

दूर कर ले नफरत ।
मोहब्बत नीत यहाँ ।।

साथअपना खेदू।
सोच यूं भीत यहाँ ।।
…..✍ डॉ खेदू भारती”सत्येश”
8.8.2024शनिवार

34 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राजकुमारी
राजकुमारी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
परमात्मा
परमात्मा
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
एक दिन मजदूरी को, देते हो खैरात।
एक दिन मजदूरी को, देते हो खैरात।
Manoj Mahato
कीजिए
कीजिए
*प्रणय प्रभात*
🙏 *गुरु चरणों की धूल* 🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल* 🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*कौन जाने जिंदगी यह ,जीत है या हार है (हिंदी गजल)*
*कौन जाने जिंदगी यह ,जीत है या हार है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सफ़र
सफ़र
Shashi Mahajan
बे खुदी में सवाल करते हो
बे खुदी में सवाल करते हो
SHAMA PARVEEN
मन्नतों के धागे होते है बेटे
मन्नतों के धागे होते है बेटे
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
अपने ख्वाबों से जो जंग हुई
अपने ख्वाबों से जो जंग हुई
VINOD CHAUHAN
सुर्ख बिंदी
सुर्ख बिंदी
Awadhesh Singh
"परचम"
Dr. Kishan tandon kranti
दोस्ती
दोस्ती
Dr.Pratibha Prakash
** सुख और दुख **
** सुख और दुख **
Swami Ganganiya
मां तुम बहुत याद आती हो
मां तुम बहुत याद आती हो
Mukesh Kumar Sonkar
18, गरीब कौन
18, गरीब कौन
Dr .Shweta sood 'Madhu'
इक ज़िंदगी मैंने गुजारी है
इक ज़िंदगी मैंने गुजारी है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अन्ना जी के प्रोडक्ट्स की चर्चा,अब हो रही है गली-गली
अन्ना जी के प्रोडक्ट्स की चर्चा,अब हो रही है गली-गली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मजदूरों के मसीहा
मजदूरों के मसीहा
नेताम आर सी
बाल कविता: बंदर मामा चले सिनेमा
बाल कविता: बंदर मामा चले सिनेमा
Rajesh Kumar Arjun
पढ़े लिखें परिंदे कैद हैं, माचिस से मकान में।
पढ़े लिखें परिंदे कैद हैं, माचिस से मकान में।
पूर्वार्थ
तारीफ आपका दिन बना सकती है
तारीफ आपका दिन बना सकती है
शेखर सिंह
* कुछ लोग *
* कुछ लोग *
surenderpal vaidya
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
ऋतुराज (घनाक्षरी )
ऋतुराज (घनाक्षरी )
डॉक्टर रागिनी
*स्वच्छ मन (मुक्तक)*
*स्वच्छ मन (मुक्तक)*
Rituraj shivem verma
..#कल मैने एक किताब पढ़ी
..#कल मैने एक किताब पढ़ी
Vishal Prajapati
चांदनी रात में बरसाने का नजारा हो,
चांदनी रात में बरसाने का नजारा हो,
Anamika Tiwari 'annpurna '
23/63.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/63.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
Loading...