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7 May 2024 · 1 min read

3409⚘ *पूर्णिका* ⚘

3409⚘ पूर्णिका
🌹 हक देकर हक पाते हैं 🌹
22 22 22 2
हक देकर हक पाते हैं ।
मीठे फल पक जाते हैं ।।
आज जमाना है ऐसा ।
बोझ तले थक जाते हैं ।।
दौर सुहाना जीवन का ।
दूर तलक तक जाते हैं ।।
पंछी गाते गीत जहाँ ।
यूं किस्मत चमक जाते हैं ।।
दुनिया है अपनी खेदू।
मन चमन महक जाते हैं ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
07-05-2024मंगलवार

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