Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2024 · 1 min read

3250.*पूर्णिका*

3250.*पूर्णिका*
🌷 झूठा नहीं🌷
2212
झूठा नहीं ।
रूठा नहीं ।।
सपना यहाँ ।
टूटा नहीं ।।
है बस गुस्सा ।
फूटा नहीं ।।
यूं लूट है
लूटा नहीं ।।
खेदू चमन।
छूटा नहीं ।।
……….✍ डॉ. खेदू भारती “सत्येश”
08-04-2024सोमवार

127 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ शामें गुज़रती नहीं... (काव्य)
कुछ शामें गुज़रती नहीं... (काव्य)
मोहित शर्मा ज़हन
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
Atul "Krishn"
Love night
Love night
Bidyadhar Mantry
सास बहू..…. एक सोच
सास बहू..…. एक सोच
Neeraj Agarwal
चॉकलेट
चॉकलेट
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
अहसास तेरे होने का
अहसास तेरे होने का
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
वतन-ए-इश्क़
वतन-ए-इश्क़
Neelam Sharma
राख का ढेर।
राख का ढेर।
Taj Mohammad
अलविदा नहीं
अलविदा नहीं
Pratibha Pandey
ग़ज़ल _ तुम फ़ासले बढ़ाकर किसको दिखा रहे हो ।
ग़ज़ल _ तुम फ़ासले बढ़ाकर किसको दिखा रहे हो ।
Neelofar Khan
Success Story-2
Success Story-2
Piyush Goel
◆बात बनारसियों◆
◆बात बनारसियों◆
*प्रणय*
राहुल की अंतरात्मा
राहुल की अंतरात्मा
Ghanshyam Poddar
सलाम मत करना।
सलाम मत करना।
Suraj Mehra
नित  हर्ष  रहे   उत्कर्ष  रहे,   कर  कंचनमय  थाल  रहे ।
नित हर्ष रहे उत्कर्ष रहे, कर कंचनमय थाल रहे ।
Ashok deep
पल में सब  कुछ खो गया
पल में सब कुछ खो गया
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*सीखो जग में हारना, तोड़ो निज अभिमान (कुंडलिया)*
*सीखो जग में हारना, तोड़ो निज अभिमान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अरदास
अरदास
Buddha Prakash
देखा
देखा
sushil sarna
घुंटन जीवन का🙏
घुंटन जीवन का🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हौसला रखो
हौसला रखो
Dr. Rajeev Jain
जिंदगी
जिंदगी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तुम बनते चालाक क्यों,धोखा है संसार ।
तुम बनते चालाक क्यों,धोखा है संसार ।
seema sharma
एक परोपकारी साहूकार: ‘ संत तुकाराम ’
एक परोपकारी साहूकार: ‘ संत तुकाराम ’
कवि रमेशराज
"इन्द्रधनुष"
Dr. Kishan tandon kranti
सीखा दे ना सबक ऐ जिंदगी अब तो, लोग हमको सिर्फ मतलब के लिए या
सीखा दे ना सबक ऐ जिंदगी अब तो, लोग हमको सिर्फ मतलब के लिए या
Rekha khichi
कबीरा गर्व न कीजिये उंचा देखि आवास।
कबीरा गर्व न कीजिये उंचा देखि आवास।
Indu Singh
जिंदगी
जिंदगी
विजय कुमार अग्रवाल
सुप्रभात
सुप्रभात
Sonam Puneet Dubey
3605.💐 *पूर्णिका* 💐
3605.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...