3200.*पूर्णिका*
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3200.*पूर्णिका*
🌷 साथी बन जो चला करते🌷
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साथी बन जो चला करते।
अपना ही वो भला करते।।
बदले तकदीर जब देखो।
गैरों को तो खला करते।।
चांद जहाँ चांदनी प्यारी ।
दीया दिल का जला करते।।
थामे अपना यहाँ दामन ।
न कभी छलिया छ्ला करते ।।
खुशियाँ झूमें हसीं खेदू।
सुंदर सपनें पला करते।।
…………✍ डॉ .खेदूभारती”सत्येश”
28-03-2024गुरुवार