3163.*पूर्णिका*
3163.*पूर्णिका*
🌷 मीत बन जाते है🌷
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मीत बन जाते हैं ।
गीत बन जाते है ।।
खूबसूरत कुदरत ।
प्रीत बन जाते हैं ।।
सुन कहानी जग की ।
रीत बन जाते हैं ।।
सोच बदले सोचे।
जीत बन जाते हैं ।।
राह चलते खेदू।
भीत बन जाते हैं ।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
22-03-2024शुक्रवार
(विश्व जल दिवस)