3127.*पूर्णिका*
3127.*पूर्णिका*
🌷 हमको जिसने माना🌷
22 22 22
हमको जिसने माना ।
सीना गर्व से ताना।।
दुनिया बदली अपनी।
गाते सुंदर गाना।।
रंग जमाते जीवन ।
सबको बांटे दाना ।।
साथ निभाते हरदम ।
मन में जिसने ठाना।।
जीना सीखें खेदू।
चमन यहाँ महकाना।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
16-03-2024शनिवार