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9 Mar 2024 · 1 min read

3099.*पूर्णिका*

3099.*पूर्णिका*
🌷 वक्त बदलते रहते🌷
2212 22
वक्त बदलते रहते ।
दिल मचलते रहते।।
दुनिया कहाँ अपनी ।
काम टलते रहते।।
बस आस मंजिल की।
ख्वाब पलते रहते।।
अपना नहीं कोई ।
बात खलते रहते।।
प्यारा बने खेदू।
साथ चलते रहते।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
09-03-2024शनिवार

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