3061.*पूर्णिका*
3061.*पूर्णिका*
🌷 मन भी तेरा🌷
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मन भी तेरा।
मन भी मेरा ।।
जीवन सुंदर।
रोज सबेरा।।
दुनिया अपनी ।
करते फेरा।।
प्यार यहीं अब ।
रखते घेरा।।
साथी खेदू ।
क्या अंधेरा ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
01-03-2024शुक्रवार