306.*पूर्णिका*
306.*पूर्णिका*
🌷 तिनके का सहारा नहीं मिलता🌷
22 212 212 22
तिनके का सहारा नहीं मिलता।
दरिया का किनारा नहीं मिलता ।।
चमके जिंदगी जिंदगी बनके।
यूं मौका दुबारा नहीं मिलता ।।
मन से चाँदनी रात में देखो।
आँखों का सितारा नहीं मिलता।।
सच में प्यार से प्यार बांटे दिल ।
कुछ ऐसा नजारा नहीं मिलता ।।
महके फूल खिलके यहाँ खेदू।
प्यारा सा दुलारा नहीं मिलता ।।
…….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
02-03-2024शनिवार