3053.*पूर्णिका*
3053.*पूर्णिका*
🌷 रहती औकात है🌷
22 2212
रहती औकात है ।
मिलती सौगात है ।।
महके बस जिंदगी।
आज यही बात है ।।
वक्त देखो साथ में ।
रोज करामात है ।।
भींनी बहती हवा ।
सुंदर दिन रात है ।।
हरदम खेदू यहाँ ।
बदले हालात है ।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
28-02-2024बुधवार