3049.*पूर्णिका*
3049.*पूर्णिका*
🌷 चाहत पूरी होने लगे 🌷
22 22 2212
चाहत पूरी होने लगे।
जागे जागे सोने लगे।।
मौसम बदले देखो यहाँ ।
पा खुशियाँ गम खोने लगे ।।
महके महके ये जिंदगी।
प्यार जहाँ हम बोने लगे ।।
दुनिया जाने है किस्मत क्या।
हँसे कोई रोने लगे।।
जीते खेदू सच शान से।
कर पाप कहीं धोने लगे ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
28-02-2024बुधवार