3000.*पूर्णिका*
3000.*पूर्णिका*
🌷 यूं कभी न इंकार करो
212 122 22
यूं कभी न इंकार करो ।
ना कभी अहंकार करो ।।
बदलती यहाँ ये दुनिया।
खूब रोज तुम प्यार करो।।
पास देख रहती मंजिल ।
खुद जहाँ अलंकार करो ।।
जिंदगी सुहानी बनती ।
साज सजन सिंगार करो ।।
चालबाज कोई खेदू।
नेक दिल निराहार करो ।।
………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
11-02-2024रविवार