2940.*पूर्णिका*
2940.*पूर्णिका*
🌷 हम तो बस एतबार करते हैं 🌷
22 22 212 1222
हम तो दिल से एतबार करते हैं ।
खुद से ज्यादा आज प्यार करते हैं।।
अपना वादा कसम से नहीं भूला।तेरे ही हम इंतजार करते हैं ।।
काँटों की दुनिया यहाँ चुभन देते।
रोज बसंत जहाँ बहार करते हैं ।।
अपना तो सौभाग्य साथ मिलता है।
सच की बातें समझदार करते हैं ।।
हमने चाहा है अक्सर जिसे खेदू।
हम तो समर्पण बार बार करते हैं ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
19-01-2024शुक्रवार