2936.*पूर्णिका*
2936.*पूर्णिका*
🌷 शक अपना दूर कर ले 🌷
22 22 122
शक अपना दूर कर ले।
मन से मंजूर कर ले।।
नजरों से खुश नजारे ।
खुशियाँ भरपूर कर ले।।
आना जाना लगा ही ।
कोई मजबूर कर ले।।
नाम यहाँ शोहरत भी ।
खुद काम जरूर कर ले।।
बस खेदू नेकिया है ।
दुनिया अब नूर कर ले।।
………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
15-01-2024सोमवार