2923.*पूर्णिका*
2923.*पूर्णिका*
🌷 कितने सुंदर काया 🌷
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कितने सुंदर काया ।
मेरे मन को भाया ।।
देकर प्यार यहाँ सब ।
अपना खास बनाया।।
दुनिया क्या है समझो
यूं हरदम समझाया।।
मंजिल चूमे हरपल।
आगे कदम बढ़ाया।।
महके जीवन खेदू।
सच नायाब बनाया।।
…….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
10-01-2024बुधवार