2859.*पूर्णिका*
2859.*पूर्णिका*
🌷 ना करते काम यहाँ🌷
22 22 22
ना करते काम यहाँ ।
होते बदनाम यहाँ ।।
दुनिया की बात नहीं ।
छलके बस जाम यहाँ ।।
ना देख महंगाई ।
बढ़ते है दाम यहाँ ।।
मर मर के जीओं तुम ।
कैसे अंजाम यहाँ ।।
खुशियाँ बांटे खेदू।
चल दामन थाम यहाँ ।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
25-12-2023सोमवार