2855.*पूर्णिका*
2855.*पूर्णिका*
🌷 जो भी मिला जिंदगी में🌷
2212 2122
जो भी मिला जिंदगी में ।
अपना बना जिंदगी में ।।
शिकवा नहीं ,ना शिकायत ।
ना ही गिला जिंदगी में ।।
चाहत गमों की न रखते।
क्या है सिला जिंदगी में ।।
दामन जहाँ थामते हम ।
गुलशन खिला जिंदगी में ।।
दुनिया मुठ्ठी आज खेदू।
खुशियाँ यहाँ जिंदगी में ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
25-12-2023सोमवार