2830. *पूर्णिका*
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/d9be89de9ce90c6a5e978ee387274152_d4162b372619fe5fc23b5fc4dbdc0635_600.jpg)
2830. पूर्णिका
🌷 लालीपाप दिखाते रहे🌷
22 22 2212
लालीपाप दिखाते रहे।
दुनियादारी सिखाते रहे।।
देखो ये लोग अजीब है ।
नाहक शोर मचाते रहे।।
करते दिल की जब बात भी ।
अपना प्यार जताते रहे।।
जीना सीखें कोई कहाँ ।
यूं सर रोज खपाते रहे।।
खुशियाँ मिलती खेदू यहाँ ।।
दुनिया आज सजाते रहे।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
16-12-2023शनिवार