Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Dec 2023 · 1 min read

2825. *पूर्णिका*

2825. पूर्णिका
🌷 प्यारी प्यारी दुनिया🌷
22 22 22
प्यारी प्यारी दुनिया।
जैसे दिल ये दरिया।।
चाहत से मन भी खुश।
प्यार करें हर खुशियां ।।
हालत चाहे जो हो ।
महके खिलती कलियां ।।
संभल कर रोज कदम।
इंसान यहाँ छलिया ।।
चलते खेदू बढ़ते।
मोहक बनती गलियां ।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
15-12-2023शुक्रवार

218 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रकृति का भविष्य
प्रकृति का भविष्य
Bindesh kumar jha
झूठ का अंत
झूठ का अंत
Shyam Sundar Subramanian
#परिहास
#परिहास
*प्रणय*
A Picture Taken Long Ago!
A Picture Taken Long Ago!
R. H. SRIDEVI
𑒧𑒻𑒟𑒱𑒪𑒲 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒮𑒧𑓂𑒣𑒴𑒩𑓂𑒝 𑒠𑒹𑒯𑒏 𑒩𑒏𑓂𑒞 𑒧𑒹 𑒣𑓂𑒩𑒫𑒰𑒯𑒱𑒞 𑒦 𑒩𑒯𑒪 𑒁𑒕𑒱 ! 𑒖𑒞𑒻𑒏
𑒧𑒻𑒟𑒱𑒪𑒲 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒮𑒧𑓂𑒣𑒴𑒩𑓂𑒝 𑒠𑒹𑒯𑒏 𑒩𑒏𑓂𑒞 𑒧𑒹 𑒣𑓂𑒩𑒫𑒰𑒯𑒱𑒞 𑒦 𑒩𑒯𑒪 𑒁𑒕𑒱 ! 𑒖𑒞𑒻𑒏
DrLakshman Jha Parimal
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
Kanchan Alok Malu
जय श्री राम।
जय श्री राम।
Anil Mishra Prahari
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
सिलसिले..वक्त के भी बदल जाएंगे पहले तुम तो बदलो
सिलसिले..वक्त के भी बदल जाएंगे पहले तुम तो बदलो
पूर्वार्थ
3782.💐 *पूर्णिका* 💐
3782.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सुरभित - मुखरित पर्यावरण
सुरभित - मुखरित पर्यावरण
संजय कुमार संजू
राम लला की हो गई,
राम लला की हो गई,
sushil sarna
ଏହା କୌଣସି ପ୍ରଶ୍ନ ନୁହେଁ, ଏହା ଏକ ଉତ୍ତର ।
ଏହା କୌଣସି ପ୍ରଶ୍ନ ନୁହେଁ, ଏହା ଏକ ଉତ୍ତର ।
Otteri Selvakumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
"इंसानियत"
Dr. Kishan tandon kranti
(((((((((((((तुम्हारी गजल))))))
(((((((((((((तुम्हारी गजल))))))
Rituraj shivem verma
उसके पास से उठकर किसी कोने में जा बैठा,
उसके पास से उठकर किसी कोने में जा बैठा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नास्तिक सदा ही रहना...
नास्तिक सदा ही रहना...
मनोज कर्ण
उल्लास
उल्लास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
कोहराम मचा सकते हैं
कोहराम मचा सकते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
लाल बहादुर
लाल बहादुर
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
तुम्हारे लिए : हरवंश हृदय
तुम्हारे लिए : हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही...
प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही...
Ajit Kumar "Karn"
आईना
आईना
Pushpa Tiwari
आसानी से कोई चीज मिल जाएं
आसानी से कोई चीज मिल जाएं
शेखर सिंह
I want to tell them, they exist!!
I want to tell them, they exist!!
Rachana
बस एक प्रहार कटु वचन का - मन बर्फ हो जाए
बस एक प्रहार कटु वचन का - मन बर्फ हो जाए
Atul "Krishn"
- आम मंजरी
- आम मंजरी
Madhu Shah
पूर्णिमा की चाँदनी.....
पूर्णिमा की चाँदनी.....
Awadhesh Kumar Singh
पितृ दिवस पर....
पितृ दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...