Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक 🩷😰
ज़िंदगी जी तो लगा बहुत अच्छा है,
कोई दवा दुआ नहीं कोई जाम लिया है
आजकल की दुनिया जितने वाले हौसला बढ़ाते है लेकिन मैं हारने वा
भ्रष्ट नेताओं,भ्रष्टाचारी लोगों
अधूरी रह जाती दस्तान ए इश्क मेरी
*धरती हिली ईश की माया (बाल कविता)*
जनाब, दोस्तों के भी पसंदों को समझो ! बेवजह लगातार एक ही विषय
पत्थर दिल का एतबार न कीजिए
" वाई फाई में बसी सबकी जान "
कभी-कभी दुख नदी के तेज बहाव की तरहा आता है ऐसे लगता है सब कु
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सच्ची मेहनत कभी भी, बेकार नहीं जाती है