2703.*पूर्णिका*
2703.*पूर्णिका*
जब जब तुम मिले
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जब जब तुम मिले।
खुशियाँ ही मिले।।
जलते दीप भी ।
सब रौशन मिले।।
प्यार विश्वास है ।
साथ जहाँ मिले।।
दुनिया बदलती ।
मन सुंदर मिले ।।
रह खेदू यहाँ ।
हरदम सुख मिले।।
………..✍डॉ .खेदू भारती “सत्येश”
09-11-23 गुरुवार