पहले साहब परेशान थे कि हिन्दू खतरे मे है
खिलजी, बाबर और गजनवी के बंसजों देखो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
इसी साहस की बात मैं हमेशा करता हूं।।
शिवोहं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रास्ते और राह ही तो होते है
समय जो चाहेगा वही होकर रहेगा...
जो चाहते थे पा के भी तुम्हारा दिल खुशी नहीं।
राष्ट्र सेवा के मौनव्रती श्री सुरेश राम भाई
जिंदगी बहुत प्यार, करता हूँ मैं तुमको
गृहणी का बुद्ध
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
वैसे तो चाय पीने का मुझे कोई शौक नहीं
हम शरीर मन बुद्धि से परे जा सकते हैं, बस हमें साहस की आवश्कत
शब्द बहुत शक्तिशाली होते है हालांकि शब्दो के दाँत नही होते ल
इंसान को इतना पाखंड भी नहीं करना चाहिए कि आने वाली पीढ़ी उसे
"If you continuously encounter