Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Nov 2023 · 1 min read

2681.*पूर्णिका*

2681.*पूर्णिका*
साथी भरोसे के मिलते नहीं
2212 22 2212
साथी भरोसे के मिलते नहीं ।
अब फूल भी मस्त हो खिलते नहीं।।
मंजर कभी देखो आकर यहाँ ।
यूं अपनी जगह से हिलते नहीं ।।
मौका मिले चौका मारे सभी ।
चाहत कुर्बानी की रखते नहीं ।।
बस प्यार की हरदम बरसात हो ।
गमगीन दिल कोई फिलते नहीं ।।
बेजान याराना खेदू जहाँ ।
यूं घास देखे हम भी छिलते नहीं।।
……….✍डॉ .खेदू भारती “सत्येश”
05-11-23 रविवार

199 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अच्छे दामों बिक रहे,
अच्छे दामों बिक रहे,
sushil sarna
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
Aarti sirsat
भरी आँखे हमारी दर्द सारे कह रही हैं।
भरी आँखे हमारी दर्द सारे कह रही हैं।
शिल्पी सिंह बघेल
हमारे प्यारे दादा दादी
हमारे प्यारे दादा दादी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
लिख / MUSAFIR BAITHA
लिख / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
Amit Pathak
" भाषा क जटिलता "
DrLakshman Jha Parimal
भारत के बदनामी
भारत के बदनामी
Shekhar Chandra Mitra
युद्ध के मायने
युद्ध के मायने
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
तुम जो कहते हो प्यार लिखूं मैं,
तुम जो कहते हो प्यार लिखूं मैं,
Manoj Mahato
पितृ दिवस134
पितृ दिवस134
Dr Archana Gupta
शहीद दिवस पर शहीदों को सत सत नमन 🙏🙏🙏
शहीद दिवस पर शहीदों को सत सत नमन 🙏🙏🙏
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
माली अकेला क्या करे ?,
माली अकेला क्या करे ?,
ओनिका सेतिया 'अनु '
कोई भोली समझता है
कोई भोली समझता है
VINOD CHAUHAN
स्याह एक रात
स्याह एक रात
हिमांशु Kulshrestha
*** पुद्दुचेरी की सागर लहरें...! ***
*** पुद्दुचेरी की सागर लहरें...! ***
VEDANTA PATEL
तारीफ किसकी करूं किसको बुरा कह दूं
तारीफ किसकी करूं किसको बुरा कह दूं
कवि दीपक बवेजा
ईश्वर से बात
ईश्वर से बात
Rakesh Bahanwal
बस नेक इंसान का नाम
बस नेक इंसान का नाम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
लिया समय ने करवट
लिया समय ने करवट
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जय अम्बे
जय अम्बे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*पाओगे श्रीकृष्ण को, मोरपंख के साथ (कुंडलिया)*
*पाओगे श्रीकृष्ण को, मोरपंख के साथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सुविचार
सुविचार
Sanjeev Kumar mishra
जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया
जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
किसी नदी के मुहाने पर
किसी नदी के मुहाने पर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
2325.पूर्णिका
2325.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अयोध्या धाम
अयोध्या धाम
विजय कुमार अग्रवाल
दिलों का हाल तु खूब समझता है
दिलों का हाल तु खूब समझता है
नूरफातिमा खातून नूरी
" धरती का क्रोध "
Saransh Singh 'Priyam'
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...