ये खत काश मेरी खामोशियां बयां कर पाती,
जितनी लंबी जबान है नेताओं की ,
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
किसी ने पूछा इस दुनिया में आपका अपना कौन है मैंने हंसकर कहा
dont force anyone to choose me, you can find something bette
ज़माने की बुराई से खुद को बचाना बेहतर
सावन भादों
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
उफ़ तेरी ये अदायें सितम ढा रही है।
वर्तमान का सोशल मीडिया अच्छे अच्छे लोगो को बाजारू बना दिया ह
हमें पदार्थ से ऊर्जा और ऊर्जा से शुद्ध चेतना तक का सफर करना
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
*वेद का ज्ञान मनुष्य-मात्र के लिए: स्वामी अखिलानंद सरस्वती*
पीकर चलना नारियल , करना तू प्रयास ।