संस्कारी बच्चा- Beby तुम बस एक साल रह लो कुॅवांरी,
घमण्ड बता देता है पैसा कितना है
बलि और वामन, राधे श्यामी छंद
हमारी लंबी उम्र जितिया करने वाली से होती है, करवा चौथ करने व
धड़कनों में प्यार का संचार है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
ग़ज़ल (गुलों से ले आना महक तुम चुरा कर
“बसता प्रभु हृदय में , उसे बाहर क्यों ढूँढता है”
- हम तो तेरे है तेरे ही रहेंगे -
तुमने मुड़ कर ही बस नहीं देखा।
जब से दिल संकरे होने लगे हैं
कहते हैं सब प्रेम में, पक्का होता आन।
"अहम्" से ऊँचा कोई "आसमान" नहीं, किसी की "बुराई" करने जैसा "
जुमला मैने एक जो, ऊपर दिया उछाल
आधुनिक युग और नशा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चुप्पियों के साए में जीते हैं हम सभी,