गुमशुदा लोग
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ना होंगे परस्त हौसले मेरे,
शायरी
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
उनके रुख़ पर शबाब क्या कहने
तुम्हारे जैसे थे तो हम भी प्यारे लगते थे
लोग कहते है तुम मोहब्बत में हारे हुवे , वो लोग हो !
अधर मौन थे, मौन मुखर था...
इंसान की इंसानियत मर चुकी आज है
आप कभी 15% मनुवादी सोच को समझ ही नहीं पाए
*खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे*
कुछ हकीकत कुछ फसाना और कुछ दुश्वारियां।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
अक्षर ज्ञान नहीं है बल्कि उस अक्षर का को सही जगह पर उपयोग कर
करे कोशिश अगर इंसान तो क्या-क्या नहीं मिलता
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
कोई विरला ही बुद्ध बनता है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "