राम नाम सर्वश्रेष्ठ है,
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
ठंड से काँपते ठिठुरते हुए
"प्रीत-रंग"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
किसी ने कहा- आरे वहां क्या बात है! लड़की हो तो ऐसी, दिल जीत
वो दौर अलग था, ये दौर अलग है,
आज दिल ये तराना नहीं गायेगा,
*मूलत: आध्यात्मिक व्यक्तित्व श्री जितेंद्र कमल आनंद जी*
सुबह की तलब की चाय तुम हो।
सामाजिक कविता: पाना क्या?
मैं जब करीब रहता हूँ किसी के,