खिंची लकीर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
यूं सच्चे रिश्तें भी अब मुसाफ़िर बन जाते हैं,
कई युगों के बाद - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
कान्हा को समर्पित गीतिका "मोर पखा सर पर सजे"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
जिन्दगी में फैंसले और फ़ासले सोच समझ कर कीजिएगा !!
*सेवा सबकी ही करी, माँ ने जब तक जान (कुंडलिया)*
हर जमीं का आसमां होता है।
नाम:- प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
छन्द- वाचिक प्रमाणिका (मापनीयुक्त मात्रिक) वर्णिक मापनी – 12 12 12 12 अथवा – लगा लगा लगा लगा, पारंपरिक सूत्र – जभान राजभा लगा (अर्थात ज र ल गा)
कभी पास बैठो तो सुनावो दिल का हाल
छल और फ़रेब करने वालों की कोई जाति नहीं होती,उनका जाति बहिष्
उदास एक मुझी को तो कर नही जाता
अलविदा कह कर दिल टूट गया....
लक्ष्मी-पूजन का अर्थ है- विकारों से मुक्ति