” क्या रिश्ता ये निभाते हैं ? “
"आतिशी" का "अनशन" हुआ कामयाब। घर तक पहुंचा भरपूर पानी।
हर मौहब्बत का एहसास तुझसे है।
कीमत क्या है पैमाना बता रहा है,
- अब सबकुछ धुधला - धुधला लगता है -
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
खुद को मैंने कम उसे ज्यादा लिखा। जीस्त का हिस्सा उसे आधा लिखा। इश्क में उसके कृष्णा बन गया। प्यार में अपने उसे राधा लिखा
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जो गूंजती थी हर पल कानों में, आवाजें वो अब आती नहीं,
गर्मी बनाम चुनावी सरगर्मी