जीवन में ठहरे हर पतझड़ का बस अंत हो
बुराई कर मगर सुन हार होती है अदावत की
जन्मदिन विशेष : अशोक जयंती
मेरे टूटे हुए ख़्वाब आकर मुझसे सवाल करने लगे,
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ
*आपको सब ज्ञान है यह, आपका अभिमान है 【हिंदी गजल/गीतिका】*
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
जो हमारा है वो प्यारा है।
अब नरमी इतनी भी अच्छी नही फितरत में ।
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
मुझे पढ़ना आता हैं और उसे आंखो से जताना आता हैं,
International Self Care Day
औरत की दिलकश सी अदा होती है,
जीवन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
जीवन में जब तक रहें, साँसें अपनी चार।
*क्या बात है आपकी मेरे दोस्तों*