" Happiness: An expression of pure souls "
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
मां बाप के मरने पर पहले बच्चे अनाथ हो जाते थे।
मैं चट्टान हूँ खंडित नहीँ हो पाता हूँ।
*नेक सलाह*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
किधर चले हो यूं मोड़कर मुँह मुझे सनम तुम न अब सताओ
कुछ ख़ुशनसीब ऐसे हैं जो आगे किस्मत से बढ़ गए!
अब नरमी इतनी भी अच्छी नही फितरत में ।
गरीबों की जिंदगी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
आजकल लोग का घमंड भी गिरगिट के जैसा होता जा रहा है
ज़िन्दगी में कभी कोई रुह तक आप के पहुँच गया हो तो
कावड़ मैं लाऊँगा- भजन -रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
*अच्छी बातें जो सीखी हैं, ऋषि-मुनियों की बतलाई हैं (राधेश्या