मिटे क्लेश,संताप दहन हो ,लगे खुशियों का अंबार।
🥀*✍अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ग़ज़ल _ खुदगर्जियाँ हावी हुईं ।
कह पाना मुश्किल बहुत, बातें कही हमें।
International plastic bag free day
माथे पर दुपट्टा लबों पे मुस्कान रखती है
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
जीवन में सारा खेल, बस विचारों का है।
मनमाने तरीके से रिचार्ज के दाम बढ़ा देते हैं
वो बस सपने दिखाए जा रहे हैं।
मुश्किल बहुत होता है मन को नियंत्रित करना
पुरानी खंडहरों के वो नए लिबास अब रात भर जगाते हैं,
*बोलो अंग्रेजी सदा, गाँठो रौब अपार (हास्य कुंडलिया)*
हो मेहनत सच्चे दिल से,अक्सर परिणाम बदल जाते हैं
!! राम जीवित रहे !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
तीन बुंदेली दोहा- #किवरिया / #किवरियाँ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'