भिंगती बरसात में युँ ही बेचारी रात
मैया नवरात्रि में मुझपर कृपा करना
इश्क भी बेरोजगारी में होता है साहब,नौकरी लगने के बाद तो रिश्
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
आप और हम जीवन के सच... मांँ और पत्नी
सुख समृद्धि शांति का,उत्तम मिले मुकाम
याद हो आया !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
वियोग आपसी प्रेम बढ़ाता है...
*नई राह पर नए कदम, लेकर चलने की चाह हो (हिंदी गजल)*
- तेरी मेरी जोड़ी सदा बनी रहे -
मुस्कुराती बेटियों पे गिर रही है बिजलियाँ
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)