निपट अनाड़ी बालमा, समझ न पाया बात ।
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दुखदाई इससे बड़ा, नही दूसरा घाव
बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है।
चाहत नहीं और इसके सिवा, इस घर में हमेशा प्यार रहे
Movers and Packers in Bhiwani
कलम का जादू चल रहा, तो संसार तरक्की कर रहा।
दूहौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया